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आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन ने महामारी के बाद के समाज की पुनर्रचना और पुनर्कल्पना पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन ग्रेटर नोएडा में 'महामारी के बाद के समाज की पुनर्रचना और पुनर्कल्पना: शिक्षाअर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य के परिप्रेक्ष्य मेंके विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। उद्घाटन सत्र का शुभारंभ मंगलाचरण और दीप प्रज्वलन के साथ किया गया l 


मेजर जनरल भवनीश कुमारवीएसएमसीओएस दिल्ली क्षेत्र और अध्यक्ष आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन ने मुख्य अतिथि पदमश्री अवार्ड से सम्मानित प्रो महेश वर्मागुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के कुलपति का अभिनन्दन किया l


संस्थान की प्राचार्या डॉ अभिलाषा गौतम ने ऑनलाइन और ऑफलाइन उपस्थित सभी मुख्य वक्ताओं डॉ आरती श्रीवास्तव, प्रोफेसर (NIEPA), प्रोफेसर किशोर कुमार, आईसीसीआर प्रोफेसर चेयर (भारतीय अध्ययन), प्राच्य अध्ययन संस्थान, भारत और दक्षिण एशिया की भाषा और संस्कृति विभाग, जगियेलोनियन विश्वविद्यालय, पोलैंड (ऑनलाइन), श्री अनुज जैन,निदेशक, सीएमबीएस रणनीति, बार्कलेज (ऑनलाइन), डॉ दीपशा अग्रवाल, डॉक्टर रेडियोलॉजी विभाग,ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल्स, यूके (ऑनलाइन), डॉ डी के गुप्ता, वरिष्ठ सलाहकार, सामान्य वयस्क मनोविज्ञान, मानसिक स्वास्थ्य संस्थान, सिंगापुर (ऑनलाइन) का स्वागत किया 


सभी मुख्य वक्ताओं ने अपने विचार रखे और भविष्य में आने वाली चुनौतियों के समाधान हेतु मार्गदर्शन किया। इस सत्र का धन्यवाद ज्ञापन कर्नल अभय राजवंशी ,रजिस्ट्रार ,आर्मी इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन द्वारा किया गयाl


भोजन अवकाश के बाद तीन समानांतर तकनीकी सत्रों में शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण किया गया l 


तकनीकी प्रथम सत्र की अध्यक्षता डॉ. विनोद कुमार शानवाल, एसोसिएट प्रोफेसर, यूएसई, जीजीएसआईपी विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, तकनीकी द्वितीय सत्र की अध्यक्षता डॉ. अमित आहूजा, एसोसिएट प्रोफेसर, यूएसई, जीजीएसआईपी विश्वविद्यालय, नई दिल्ली और तकनीकी तृतीय सत्र की अध्यक्षता डॉ प्रतिभा गर्ग, अतिरिक्त निदेशक (शिक्षाविद) AWES सेल, पश्चिमी कमान (वेस्टर्न कमांड ) द्वारा की गई l

समापन सत्र में ब्रिगेडियर एके शर्मा, बीजीएस, दिल्ली क्षेत्र के द्वारा स्वागत भाषण किया गयासुश्री केसांग यांगज़ोम शेरपा, आईआरएस, सदस्य सचिव, एनसीटीई और विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर धनंजय जोशी कुलपति शिक्षक विश्वविद्यालय नई दिल्ली थे।


इस अवसर पर 75 शोध पत्रों का प्रस्तुतीकरण किया गया और 300 से अधिक छात्र-छात्राओं, अध्यापक, प्राचार्य एवं शिक्षाविद उपस्थित रहेl 


डॉक्टर ज्योति तिवारी सम्मेलन सह संयोजक सहायक प्रोफेसर एआई द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।श्रीमती कृति गुलेरिया सम्मेलन संयोजक सहायक प्रोफेसर एआई द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया l सभी शोध पत्र प्रस्तुतीकरण के लिए प्रमाण पत्र दिए गए और अंत में राष्ट्रगान के साथ अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का समापन किया गया।